उत्तर प्रदेश चुनाव जीता सबका विश्वास * अशोक सिन्हा उ.प्र. 2022 के चुनाव परिणाम आ गये हैं। भारतीय जनता पार्टी फिर दो तिहाई बहुमत से सत्ता में वापस आ गई है। नरेन्द्र मोदी और योगी जी का नारा था कि सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास। वर्तमान परिणामों ने सिद्ध कर दिया है कि इस चुनाव में सबका विश्वास जीता है। कुल 403 सीटों में भारतीय जनता पार्टी की 273 सीटों पर सशक्त विजय मिली है जो साधारण बहुमत से भी 71 सीट अधिक है। समाजवादी पार्टी को 125, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को बसपा को एक तथा निर्दल को दो सीटें मिली है। भाजपा को कुल 41.3' मत प्राप्त हुए हैं। 37 वर्षों बाद कोई मुख्यमंत्री दोबारा लगातार शासन हेतु शपथ ग्रहण करेगा। लगभग 4 करोड़ मतदाताओं ने भाजपा को मत दिया है। यह चुनाव परिणाम समग्र रूप से नये उभरते भारत का चुनाव परिणाम है। उत्साह में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता नारा लगाते हुए देखे गये कि साइकिल रखो नुमाइश में, बाबा ही रहेंगे 22 में, फिर से ट्राई करो 27 में। टी.वी. में समाचार समीक्षकों ने कहा कि एम.वाई. फैक्टर (मुसलमान+यादव) अब एम.वाई (मोदी और योगी) फैक्टर में परिवर्तित हो गया है। पुराने जमाने की राजनीति जा रही है। मायावती, अखिलेश तथा कांग्रेस जाति तथा परिवार पर आधारित दल हैं जिनको जनता ने नकार दिया है। इस बार जीत हुई है विकास की, विश्वास की, राष्ट्रवाद की, देशभक्ति की। पूरे चुनाव में भाजपा ने परिवारवाद और जातिवाद पर गहरी चोट की थी। मोदी और योगी जी ने पूरी राजनीति को दिशा ही बदल दी है। ग्रास रूटर्स जीते पैराशूटर्स हारे। कहते हैं कि बीजेपी एक विशाल माल (बाजार) की भांति सजा था। इसमें बड़े-बड़े समाजसेवकों जैसे राष्ट्रभक्त राजनेताओं की भरमार थी। विश्वास का स्तर था। कोरोना की व्यवस्था थी। राष्ट्रभक्ति का ज्वार था। प्रभु श्रीराम का जन्मस्थान मन्दिर था, काशी का कॉरिडोर था। गरीबों को राशन-मकान, गैस इज्जत घर था। किसानों को सीधे सम्मान निधि थी। विपक्षियों का छोटा सा स्टॉल सजा था झूठे मुद्दे आरोप, शिकायत, जाति, परिवार व मजहब का कार्डथा। वर्तमान चुनाव परिणाम के कारण नरेन्द्र मोदी भारतीय राजनीति के क्षितिज पर एक ब्राण्ड मोदी बन कर उभरे है। योगी एक सशक्त मुख्यमंत्री सिद्ध हुए हैं जिन्होंने विकास से सबको जोड़ा। कानून व्यवस्था को हिम्मत पूर्वक लागू किया। माफियाओं और गुण्डों पर बुलडोजर चला कर वे विरोधियों द्वारा बुल्डोजर बाबा की उपाधि से मुद्दे बने जिसको उन्होंने अपने पक्ष में कर लिया। मोदी और योगी यूक्रेन संकट के समय छात्र कल्याण में भी और उसी समय चुनाव में सबके बीच भी रहे। कुल सात चरणों में प्रथम चरण में 58 में 46, द्वितीय चरण में 55 सीटों में 28 तृतीय चरण में 59 सीटों में 42 चतुर्थ चरण में 59 में 49 पंचम चरण में 61 सीटों में 39, छठे चरण में 57 सीटों में 40 तथा सातवें चरण में 54 सीटों में 26 में जीत हासिल हुई। युवा वोटरों ने बढ़-चढ़ कर चुनाव में हिस्सा लिया और बीजेपी को वोट दिया। महिलाओं का लगभग कुल 7 करोड़ मतदाता थी जिसमें अधिकांश बीजेपी की तरफ गई। बीजेपी का 80-20 फार्मूला भी कामयाब रहा। पूरे समाज में भाजपा के प्रति अण्डर करन्ट था आयेंगे योगी ही- यह धारणा बन गई थी। 22 का चुनाव परिणाम वर्ष 2024 का ट्रेलर कहा जाने लगा है। योगी ही उपयोगी- यह कथन मोदी जी का जनता के हृदय में चला गया। नोएडा जा कर भी योगी पुन: जीत गये तथा एक मिथक को तोड़ दिया। धर्म की जीत हुई- अधर्म हारा है। बुल पर बुलडोजर प्रभावी हो गया। प्रदेश में विकास, अपराधियों का विनाश, जनता का विकास का प्रतीक बन गया। किसान आन्दोलन का प्रभाव नगण्य हो गया। लखीमपुर में आठो सीटों का जीतना व पश्चिमी उ.प्र. की अधिकांश सीटों पर विजय बताती है कि किसान आन्दोलन कोई मुद्दा नहीं रह गया। बुलडोजर सुशासन का प्रतीक बन गया। भगवा का धमाल जीत की जवाबदेही भी तय करती है। मन्दिर के योगी का राजनीति में मजबूत राजयोगी बनने का सपना प्रदेश के विकास में काम आया। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के योद्धा गुणों के हृदय में विजय से नया उत्साह जागा है। यहां के बहुसंख्यक समाज की अनदेखी विरोधियों पर भारी पड़ी। भाजपा के विरोधी दल जनता के समक्ष कोई विकास माडल प्रस्तुत नहीं कर सके। योगी जी ने महिलाओं की सुरक्षा, दंगाइयों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही, माफियाओं की सम्पत्तियों पर बुलडोजर चला कर मुक्त हुई जमीन पर गरीबों के लिए आवास की योजना बनाना भी जनता को पसंद आया है। भाजपा ने देश के सांस्कृतिक सरोकारों को सदैव जन-मन में जिलाये रखा। भगवाधारी योगी ने अयोध्या और काशी में अपनी जोरदार उपस्थिति से जनता का मनोबल बढ़ाया। भाजपा के जीत में उसका मजबूत संगठन शक्ति,गरीबों को आवास, नि:शुल्क राशन व सुरक्षा के वातावरण से जनता का भरोसा जीत लिया। अब भाजपा को आगे अपने द्वारा किये गये वादों को स्मरण रखते हुए कार्य करना होगा। जो कार्य भाजपा ने पहले किया है उसको मुखर रूप से दुलराना है, साथ ही नारी सम्मान, नई शिक्षा नीति का प्रभावी क्रियान्वयन, प्रशासन की जवाबदेही तथा भ्रष्टाचार पर कड़ा नियंत्रण स्थापित करना होगा। अपने कार्यकर्ताओं का संरक्षण तथा उनके सम्मान की रक्षा भी एक अहम कार्य है जिस पर ध्यान देना होगा। ग्रामीण विकास के साथ कृषि रोजगार को प्राथमिकता देना, स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार की गति को तेज करना भी एक महत्वपूर्ण दायित्व है। प्रदेश के गन्ना किसानों को 14 दिनों के अन्दर भुगतान की अनिवार्यता तथा देर होने पर प्रभावी दर से ब्याज की रकम दिलानी होगी। प्रदेश की सम्पूर्ण बिजली व्यवस्था को पूर्व गठित करना भी एक बड़ा जनहितकारी कार्य माना जा सकता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कर्एाावती में हुई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्तावों का प्रदेश के संदर्भ में प्रभावी क्रियान्वयन भी एक अनिवार्यता हो तो अतिसुन्दर कार्य होगा। लेखक पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, लेखक तथा वीएसके प्रमुख हैं।
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